*डबललॉक से बाहर आईं पुरानी ईवीएम, तिरुपति में होगा विनष्टीकरण*
जबलपुर। पुराने मॉडल की इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का निर्वाचन आयोग विनष्टीकरण कराएगा। इसी को ध्यान में रखते हुए जबलपुर जिले में वर्ष 2006 मॉडल की रखी सैकड़ों मशीनों को तिरुपति भेजने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। यह मशीनें कलेक्टर कार्यालय स्थित सबसे सुरक्षित माने जाने वाले डबल लॉक में रखी हुई थीं। निर्वाचन शाखा से जुड़े अधिकारी एवं कर्मचारियों की देखरेख में इनकी गिनती की गई। पहले दिन करीब 330 मशीनों को चिन्हित किया गया।
लोकसभा और विधानसभा चुनाव में हर बार नए मॉडल की ईवीएम का इस्तेमाल होता है। हर बार इनका अपडेट वर्जन आ जाता है। वर्ष 2014 में जिन ईवीएम का इस्तेमाल लोकसभा चुनाव में किया गया था, उन्हें अब वापस निर्वाचन आयोग भेजा जा रहा है। निर्वाचन आयोग से मिले निर्देशों के बाद इन मशीनों की गिनती का काम शुरू हुआ। बकायदा इनके क्यूआर कोड को स्कैन किया गया, फिर निर्वाचन आयोग के पोर्टल पर ऑनलाइन एंट्री की गई। यह प्रक्रिया शाम तक चलती रही।
इन मशीनों की गणना पूरी होने के बाद ठेकेदार के माध्यम से इन्हें इलेक्ट्रॉनिक्स कार्पोरेशन ऑफ इंडिया तिरुपति भेजा जाएगा। वहां आयोग अपने विशेषज्ञों की देखरेख में इनका विनष्टीकरण कराएगा। देश में जहां भी इस मॉडल की मशीनें रखी हैं उनका अब भविष्य में उपयोग नहीं होगा, इसलिए उन्हें वापस मंगाया जा रहा है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी जेपी यादव ने बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देश पर वर्ष 2006 मॉडल की ईवीएम को वापस भिजवाया जाना है। इसके लिए उनकी गिनती का काम किया जा रहा है।
जबलपुर। पुराने मॉडल की इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का निर्वाचन आयोग विनष्टीकरण कराएगा। इसी को ध्यान में रखते हुए जबलपुर जिले में वर्ष 2006 मॉडल की रखी सैकड़ों मशीनों को तिरुपति भेजने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। यह मशीनें कलेक्टर कार्यालय स्थित सबसे सुरक्षित माने जाने वाले डबल लॉक में रखी हुई थीं। निर्वाचन शाखा से जुड़े अधिकारी एवं कर्मचारियों की देखरेख में इनकी गिनती की गई। पहले दिन करीब 330 मशीनों को चिन्हित किया गया।
लोकसभा और विधानसभा चुनाव में हर बार नए मॉडल की ईवीएम का इस्तेमाल होता है। हर बार इनका अपडेट वर्जन आ जाता है। वर्ष 2014 में जिन ईवीएम का इस्तेमाल लोकसभा चुनाव में किया गया था, उन्हें अब वापस निर्वाचन आयोग भेजा जा रहा है। निर्वाचन आयोग से मिले निर्देशों के बाद इन मशीनों की गिनती का काम शुरू हुआ। बकायदा इनके क्यूआर कोड को स्कैन किया गया, फिर निर्वाचन आयोग के पोर्टल पर ऑनलाइन एंट्री की गई। यह प्रक्रिया शाम तक चलती रही।
इन मशीनों की गणना पूरी होने के बाद ठेकेदार के माध्यम से इन्हें इलेक्ट्रॉनिक्स कार्पोरेशन ऑफ इंडिया तिरुपति भेजा जाएगा। वहां आयोग अपने विशेषज्ञों की देखरेख में इनका विनष्टीकरण कराएगा। देश में जहां भी इस मॉडल की मशीनें रखी हैं उनका अब भविष्य में उपयोग नहीं होगा, इसलिए उन्हें वापस मंगाया जा रहा है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी जेपी यादव ने बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देश पर वर्ष 2006 मॉडल की ईवीएम को वापस भिजवाया जाना है। इसके लिए उनकी गिनती का काम किया जा रहा है।