जबलपुर और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए राहत की बात यह है कि रेलवे बोर्ड ने 4 गाड़ियों जबलपुर-इंदौर ओवरनाइट एक्सप्रेस, जबलपुर-रीवा इंटरसिटी, जबलपुर-सिंगरौली इंटरसिटी और हबीबगंज-रीवा रेवांचल एक्सप्रेस को चलाने की मंजूरी दे दी है।
गुरुवार की रात पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्यालय जबलपुर में रेलवे बोर्ड का आदेश आने के बाद हलचल शुरू हो गई और ट्रेनों के परिचालन को लेकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का काम तेज हो गया।
*रेलवे बोर्ड का आदेश आने के बाद पमरे प्रशासन ने व्यवस्थाओं को लेकर कमर कसी*
रेलवे के सूत्रों का कहना है कि पिछले दिनों पमरे प्रशासन ने इन चार गाड़ियों के अलावा कुछ और गाड़ियों को भी स्पेशल बनाकर चलाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड भेजा था, जिसमें रेलवे बोर्ड ने गत दिवस दयोदय एक्सप्रेस और सोमनाथ एक्सप्रेस को चलाने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई है। हालांकि यह दोनों गाड़ियां कब से चलेंगी, इसके बारे में रेलवे बोर्ड ने अभी तक कोई संकेत नहीं दिए हैं।
*इंटर-स्टेट पॉलिसी को दिया महत्व, ताकि झंझट न रहे*
रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार रेलवे बोर्ड ने जबलपुर-इंदौर ओवरनाइट एक्सप्रेस, जबलपुर-रीवा इंटरसिटी, जबलपुर-सिंगरौली एक्सप्रेस और हबीबगंज-रीवा रेवांचल एक्सप्रेस को चलाने के मामले में इंटर-स्टेट पॉलिसी को महत्व दिया है। ताकि ट्रेनों के परिचालन में किसी प्रकार की दखल-अंदाजी न हाे सके।
गौरतलब है कि ट्रेनों को चलाने के मामले में केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों के साथ तालमेल बिठाने का नियम लागू किया है। राज्य सरकार की अनुमति मिलने के बाद ही रेलवे आपसी समन्वय के आधार पर ट्रेनों का संचालन कर सकती है, यही वजह है कि कोरोनाकाल में रेलवे बोर्ड ने पश्चिम मध्य रेल प्रशासन को ऐसी चार गाड़ियाें को चलाने की अनुमति प्रदान की है, जो मध्यप्रदेश के भीतर चलती हैं।
पमरे प्रशासन को मध्यप्रदेश शासन के अलावा अन्य किसी राज्य से इन ट्रेनों को चलाने की अनुमति नहीं लेनी होगी, इसलिए इस सप्ताह के अंत तक चारों गाड़ियों के शुरू होने की उम्मीद साफ दिखाई दे रही है।
गुरुवार की रात पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्यालय जबलपुर में रेलवे बोर्ड का आदेश आने के बाद हलचल शुरू हो गई और ट्रेनों के परिचालन को लेकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का काम तेज हो गया।
*रेलवे बोर्ड का आदेश आने के बाद पमरे प्रशासन ने व्यवस्थाओं को लेकर कमर कसी*
रेलवे के सूत्रों का कहना है कि पिछले दिनों पमरे प्रशासन ने इन चार गाड़ियों के अलावा कुछ और गाड़ियों को भी स्पेशल बनाकर चलाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड भेजा था, जिसमें रेलवे बोर्ड ने गत दिवस दयोदय एक्सप्रेस और सोमनाथ एक्सप्रेस को चलाने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई है। हालांकि यह दोनों गाड़ियां कब से चलेंगी, इसके बारे में रेलवे बोर्ड ने अभी तक कोई संकेत नहीं दिए हैं।
*इंटर-स्टेट पॉलिसी को दिया महत्व, ताकि झंझट न रहे*
रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार रेलवे बोर्ड ने जबलपुर-इंदौर ओवरनाइट एक्सप्रेस, जबलपुर-रीवा इंटरसिटी, जबलपुर-सिंगरौली एक्सप्रेस और हबीबगंज-रीवा रेवांचल एक्सप्रेस को चलाने के मामले में इंटर-स्टेट पॉलिसी को महत्व दिया है। ताकि ट्रेनों के परिचालन में किसी प्रकार की दखल-अंदाजी न हाे सके।
गौरतलब है कि ट्रेनों को चलाने के मामले में केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों के साथ तालमेल बिठाने का नियम लागू किया है। राज्य सरकार की अनुमति मिलने के बाद ही रेलवे आपसी समन्वय के आधार पर ट्रेनों का संचालन कर सकती है, यही वजह है कि कोरोनाकाल में रेलवे बोर्ड ने पश्चिम मध्य रेल प्रशासन को ऐसी चार गाड़ियाें को चलाने की अनुमति प्रदान की है, जो मध्यप्रदेश के भीतर चलती हैं।
पमरे प्रशासन को मध्यप्रदेश शासन के अलावा अन्य किसी राज्य से इन ट्रेनों को चलाने की अनुमति नहीं लेनी होगी, इसलिए इस सप्ताह के अंत तक चारों गाड़ियों के शुरू होने की उम्मीद साफ दिखाई दे रही है।