हादसा-काली मंदिर का पर्दा तक नहीं जला, पुरोहित बोले माई का चमत्कार है
सदर में भीषण अग्निकांड, पाँच दुकानें खाक, लाखों का नुकसान
नवरात्रि में मां का चमत्कार मंदिर में श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई घटना ना मंदिरों को नुकसान और बड़ा हादसा हुआ
जबलपुर सदर मुख्य मार्ग गणेश चौक पर स्थित प्रसिद्ध महाकाली मंदिर के ठीक बगल में स्थित 5 दुकानों में शनिवार की दरम्यानी रात भीषण अग्निकांड हुआ। इससे दुकानें पूरी तरह जलकर खाक हो गईं और करीब 50 लाख से अधिक रुपयों का नुकसान हुआ।
आग पर काबू पाने नगर निगम फायर ब्रिगेड सहित 3 सुरक्षा संस्थानों के दमकल वाहनों की भी मदद ली गई। कुल करीब 30 ट्रिप पानी लगा जिससे 7 घंटों में आग को बुझाया जा सका। इसमें एक चमत्कार यह भी हुआ कि दुकानों के ठीक बगल में महाकाली मंदिर है जिसका पर्दा तक सुरक्षित पाया गया जिससे लोगों को बड़ा आश्चर्य हुआ।
चूँकि देवी दर्शनों के लिए भीड़ निकलने लगी थी इसलिए घटना के वक्त गणेश चौक में हजारों लोग एकत्र हो गए जिन्हें संभालने में पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी। फायर ब्रिगेड से मिली जानकारी के अनुसार सदर गणेश चौक में काली मंदिर के बगल में ट्रांसफार्मर में आग लगने की सूचना रात 11 बजकर 50 मिनट पर प्राप्त हुई।
तत्काल ही एक वाहन को मौके के लिए रवाना किया गया। कर्मचारियों ने आग को बुझाने का प्रयास शुरू किया लेकिन मुख्यालय में यह सूचना दी गई कि आसपास दुकानें हैं और देवी भक्तों की भीड़ भी है इसलिए और वाहन भेजे जाएँ। मुख्यालय से फॉम टेंडर के साथ ही दो अन्य दमकल वाहन भी भेजे गए।
इसके थोड़ी ही देर बाद मंदिर के बगल में सरदार अमन सिंह की यूनाइटेड साइकिल एंड मोटर्स कम्पनी लिमिटेड से भी धुआँ निकलता नजर आया। यह दुकान साइकिल और स्पोर्ट्स की सामग्री की थी साथ ही चिप्स की एक दुकान भी थी। दमकल कर्मियों ने दुकानों के शटर तोड़ने के प्रयास किए लेकिन वे सफल नहीं हो पाए, कुछ ही देर बाद जेसीबी की मदद से शटर तुडवाई गई और दीवार को भी तोड़ा गया तब तक आग बुरी तरह फैल चुकी थी। दुकानों में भी शॉर्ट सर्किट
दमकल विभाग का कहना है कि कुछ लोगों ने यह जानकारी दी है कि जब ट्रांसफार्मर में आग लगी तो उसकी चिंगारी दुकानों में पहुँची जिससे आग लगी, जबकि कुछ लोगों ने यह भी बताया कि जब ट्रांसफार्मर में आग लगी तो दुकानों के अंदर भी शाॅर्ट सर्किट हुआ और आग भड़की। फिलहाल करीब 50 लाख रुपयों की क्षति का आकलन किया गया है।
*ठसाठस भरी थी ज्वलनशील सामग्री*
चूँकि दुकानों में अधिकांश ज्वलनशील सामग्री ही थी जिसमें टायर, ट्यूब, कपड़े, खेल की सामग्री, चिप्स की दुकान में तेल भी था इसलिए आग बहुत तेजी से फैली। दर्जनों साइकिलें भी दुकान के अंदर थीं जिनके टायर ट्यूब ने आग में घी का काम किया।
*लगा जैसे प्रलय आ गया*
अग्निकांड के समय मंदिर में उपस्थित रहे माता महाकाली मंदिर के पुजारी पं. ओमप्रकाश शुक्ला ने बताया िक हमें लगा जैसे प्रलय आ गया है। आग की भयंकर लपटें, तेज आवाजें और हर तरफ सायरन से लोग दहशत में आ गए थे लेकिन हमें मातारानी पर पूरा भरोसा था और ऐसा ही हुआ। मंदिर की दीवार के पार ज्वालामुखी धधक रहा था जबकि मंदिर की दीवार पर लगा पर्दा तक नहीं जला।