कलेक्ट्रेट पहुंचकर विकलांग ने शिकायत कराई और कहा सरकारी अधिकारी के सहयोग से यह सब हो रहा है
रजिस्ट्री में तीन खसरे लिखवाता है और नामांतरण एक खसरे में करवाता है और कब्जा दूसरे की जमीन पर दिलवाता है
राजस्व अधिकारियों की मिलीभगत से दूसरों के खसरों पर कब्जा दिलवा रहे हैं
रजिस्ट्री में उल्लेख करके नामांतरण तहसीदार से करवा लेते हैं ऐसा ही एक मामला सामने आया है
पीड़ित परिवार श्रीमती मंजू गुप्ता पति राकेश गुप्ता अग्रवाल कॉलोनी गढा रोड जबलपुर
केयर बाय कलेक्टर के व्हाट्सएप ग्रुप में कई मैसेज किए
शिकायतकर्ता मंजू गुप्ता के पति विकलांग है
जबलपुर -मौजा कछपुरा जबलपुर के अंतर्गत भू माफियाओं द्वारा अनेकों प्रकार के हथकंडे अपनाकर सीधे-साधे लोगों को जमीन बेच रहे हैं और रजिस्ट्री के बाद जब वह काबिज होने के लिए जाते हैं तो पता चलता है कि जितनी जमीन की रजिस्ट्री की है उतनी जमीन है ही नहीं और यह भू माफिया 3 - 4 खसरो का रजिस्ट्री में उल्लेख करके नामांतरण तहसीदार से करवा लेते हैं ऐसा ही एक मामला सामने आया है
भू माफिया श्री राम पटेल के साथी ने मौजा कछपुरा में सरकारी जमीन पर गेट लगाकर कब्जा कर रहा था कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा के केयर बाय कलेक्टर पर शिकायत करने पर अवैध कब्जा जिला प्रशासन ने हटा दिया था और अब उपरोक्त नई चाल चल रहा है लोगों को, रजिस्ट्री में तीन खसरे लिखवाता है और नामांतरण एक खसरे में करवाता है और कब्जा दूसरे की जमीन पर दिलवाता है इसी प्रकार भू माफिया श्री राम पटेल ने नर्मदा रैकवार को जमीन बेची और उसकी रजिस्ट्री में भी तीन खसरे का उल्लेख करवाया और नामांकन के समय में तीन में से एक पर नाम चढ़ाया और कब्जा तीसरे पक्ष की जमीन से ले रहे है जिसका शिकार गुप्ता परिवार हो रहा है कुल मिलकर नर्मदा रैकवार का फर्जी नामांतरण करवाकर राकेश गुप्ता की जमीन पर राजस्व अधिकारियों से मिलकर दिलवाने का प्रयास कर रहे हैं जबकि श्री गुप्ता के खसरा 264/2 की फील्ड रिपोर्ट और नक्शा है पर अधिकारी देखने को तैयार नहीं है और 11 दिसंबर को पटवारी सौरव शर्मा मशीन नापने वाले को लेकर वही भू माफिया के साथ आएं और श्री गुप्ता के प्लाट का नाप लेकर गए और पटवारी तहसीलदार फील्ड बुक नही देखी कुल मिलाकर भू माफिया श्री राम पटेल और अधिकारी वर्ग मेरी जमीन हड़पने का प्रयास कर रहे हैं शिकायतकर्ता मंजू गुप्ता के पति विकलांग है और जिला कोषालय कलेक्ट्रेट में लिपिक के पद पर कार्यरत है उन्होंने केयर बाय कलेक्टर में आवेदन देकर कलेक्टर से अनुरोध किया है पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है वस्तु स्थिति को देखते हुए इसकी जांच आप अपने स्तर से *एसडीएम के माध्यम से करवाने का कष्ट करें ताकि भू माफिया की सच्चाई सामने आ रही है