।। कलयुग के देवता अजर अमर श्री हनुमानजी महाराज की जय।।
सभी से विनम्र प्राथना है हनुमानजी महाराज से प्रार्थना करे
। कहहिं रीछपति सुन हनुमाना। का चुप साधि रहेऊ बलवाना।।
पवन तनय बल पवन समाना।।
बुद्धि विवेक विग्यान निधाना।।
कवन सो काज कठिन जग माही।।
जो नहीं होई तात तुम नाही।।
राम काज लगी तब अवतारा।।
सुनतहि भयहु पर्वताकारा।।
27 अप्रैल मंगलवार को हनुमानजी महाराज का जन्म दिन है। पूर्णिमा भी है और मंगलवार भी हनुमानजी महाराज अष्ट सिद्धी के दाता है। असम्भव को सम्भव बनाने वाले देव है। लेकिन हनुमानजी महाराज को श्राप मिला हुआ है गुरुकुल में कि तुम तुम्हारी शक्तियों को भुल जाओगे। जब तक कोई याद नही दिलाएगा। तो बहुत सुनहरा मौका है 27 अप्रैल को। सारी मानव जाति का बेहाल है।
।।। आओ सब मिलकर कलयुग के देव श्री हनुमानजी महाराज को उनकी शक्ति याद दिलाऐ। और मानव जाति के अच्छे के लिए अपना योगदान करे। 27 अप्रैल मंगलवार को शाम 8 बजे से हनुमान चालीसा के पाठ हम सभी को अपने घरों में करना है। एक घी का दीपक जलाकर कर करे तो और भी अच्छा है। करोड़ों लोगों की एक ही समय की गई प्रार्थना निश्चय ही फलदायी होगी। इसमें सन्देह नहीं
इतना तो हम करही सकते है।और 27 अप्रैल को शाम 8 बजे हनुमान चालीसा के पाठ सब संकट दूर हो जाएंगे